1. बवाशीर/अशश
आर्द्र अर्र
लक्षण : र्ौच के समय अधिक
मात्रा में रक्तश्राव , मस्सो का गुदा
मागर से बहार आना, ददर ,कमजोरी,
पेट में गैस होना.
र्ुष्क अर्र
लक्षण : मस्सो का गुदा मागर से
बहार होना, ददर ,कमजोरी, पेट
में गैस होना , गुदा मागर के
बाहर सूजन
कारण :
मल सख्त होना , कब्ज , अधिक मसालेदार, माांस, तेल , बेसन युक्त भोजन,
र्ौच के समय अधिक देर तक बैठना एवां जोर लगाना, फल व हरी सधब्जयों का
प्रयोग कम करना , अधिक मधदरा सेवन.
लक्षण एवां प्रकार
धचधकत्सा: औषधि ,क्षार सूत्र बांिन र्ल्य कमर एवां सूधचपात.
क्या करे : उपयुरक्त लक्षण होने पर र्ीघ्र धचधकत्सक से जााँच करवाकर परामर्र ले,
अधिक से अधिक हरी सब्जी, उष्ण जल व फलों का प्रयोग करे, गरम पानी में सेक.
क्या न करे : अधिक मसालेदार, माांस, तेल , बेसन युक्त भोजन का त्याग करे , र्ौच
के समय अधिक देर तक न बैठे एवां जोर धबलकु ल न लगायें, अधिक मधदरा सेवन न करे,
धबना धचधकत्सीय परामर्र के धकसी भी औषधि का प्रयोग न करे.
Dr. Alok verma
M.S. (Ay), PhD.
2. भगन्दर/नासूर
लक्षण
लक्षण : गुदा मागर के पास फोड़ा या फुां सी होना धजसमे से पीक / रक्त बहना, गुद मागर
में पीड़ा एवां कब्ज.
कारण :
मल सख्त होना , कब्ज , अधिक मसालेदार, माांस, मछली, तेल , बेसन युक्त
भोजन,गुद मागर में सांक्रमण, फल व हरी सधब्जयों का प्रयोग कम करना , अधिक
मधदरा सेवन, सख्त जगह पर अधिक समय तक लगातार बैठना .
धचधकत्सा: क्षार सूत्र बांिन एवां र्ल्य कमर .
क्या करे : उपयुरक्त लक्षण होने पर र्ीघ्र धचधकत्सक से जााँच करवाकर परामर्र ले,
अधिक से अधिक हरी सब्जी, सलाद, उष्ण जल व फलों का प्रयोग करे, गरम पानी
में सेक.
क्या न करे : अधिक मसालेदार, माांस, मछली ,तेल , बेसन युक्त भोजन , र्ौच
के समय अधिक देर तक बैठेना एवां जोर लगाना, अधिक मधदरा सेवन , धबना
धचधकत्सीय परामर्र के धकसी भी औषधि का प्रयोग , लम्बी दूरी के धलए यात्रा,
वाहन चलाना.
धचधकत्सा: से पूवर
धचधकत्सा: के
पश्चात
धचधकत्सा: के
समय
Dr. Alok verma
M.S. (Ay), PhD.
3. पररकर्तशका / र्िसर
लक्षण
लक्षण : गुदा मागश में घाव होने से मलत्याग के समय अत्यर्िकपीड़ा / मलत्याग के समय बूूँद
बूूँद कर रक्त बहना, गुद मागश में पीड़ा.
कारण :
मल सख्त होना , कब्ज , अधिक मसालेदार, माांस, मछली, तेल , बेसन युक्त
भोजन,गुद मागर में सांक्रमण, फल व हरी सधब्जयों का प्रयोग कम करना , अधिक
मधदरा सेवन, सख्त जगह पर अधिक समय तक लगातार बैठना .
धचधकत्सा: औषधि , क्षार सूत्र बांिन एवां र्ल्य कमर .
क्या करे : उपयुरक्त लक्षण होने पर र्ीघ्र धचधकत्सक से जााँच करवाकर परामर्र ले, अधिक
से अधिक हरी सब्जी,सलाद ,अधिक रेर्े युक्त आहार , उष्ण जल व फलों का प्रयोग करे,
गरम पानी में सेक.
क्या न करे : अधिक मसालेदार, माांस, मछली ,तेल , बेसन युक्त भोजन , र्ौच के
समय अधिक देर तक बैठेना एवां जोर लगाना, अधिक मधदरा सेवन , धबना धचधकत्सीय
परामर्र के धकसी भी औषधि का प्रयोग , लम्बी दूरी के धलए यात्रा, वाहन चलाना.
Dr. Alok verma
M.S. (Ay), PhD.
4. पाइलोनाइडल सायनस
लक्षण : दोनों
धनतम्ब के मध्य में फु न्सी
/ घाव के कारण
अत्यधिक पीड़ा एवां रक्त
धमधश्रत मवाद या पानी
बहना, फु न्सी के पास
खुजली व जलन होना .
कारण :
धनतम्ब के पास अत्यधिक
बालों का होना अधिक
मसालेदार, माांस, मछली,
तेल , बेसन युक्त भोजन,
सांक्रमण, अधिक मधदरा
सेवन, सख्त जगह पर
अधिक समय तक
लगातार बैठना, अत्यधिक
ड्राइधवांग करना.
धचधकत्सा: क्षार सूत्र बांिन एवां र्ल्य कमर .
क्या करे : उपयुरक्त लक्षण होने पर र्ीघ्र धचधकत्सक से जााँच करवाकर परामर्र ले, अधिक से अधिक हरी सब्जी,सलाद ,अधिक रेर्े युक्त आहार , उष्ण
जल व फलों का प्रयोग करे, गरम पानी में सेक एवां दोनों धनतम्ब के मध्य बालों को हमेर्ा साफ़ रखे.
क्या न करे : अधिक मसालेदार, माांस, मछली ,तेल , बेसन युक्त भोज, धबना धचधकत्सीय परामर्र के धकसी भी औषधि का प्रयोग , लम्बी दूरी के धलए
यात्रा, वाहन चलाना.
Dr. Alok verma
M.S. (Ay), PhD.