2. बाल-श्रम
• बाल-श्रम का मतलब ऐसे कार्य से है जिसमे
की कार्य करने वाला व्र्जतत कानून द्वारा
ननर्ायररत आर्ु सीमा से छोटा होता है.
3. • इस प्रथा को कई देशों और अंतरायष्ट्रीर्
संघटनों ने शोषित करने वाली माना है.
• अतीत में बाल शका कई प्रकार से
उपर्ोग ककर्ा िाता था, बाल श्रम अभी
भी कु छ देशों में आम है.
4. • आि दुननर्ा भर में 215 मममलर्न ऐसे बच्चे हैं
• जिनकी उम्र 14 विय से कम है।
• इन बच्चों का समर् स्कू ल में कॉपी-ककताबों और दोस्तों
के बीच नहीं बजकक होटलों, घरों, उद्र्ोगों में बतयनों, झाडू-
पोंछे और औिारों के बीच बीतता है।
• भारत में र्ह जस्थनत बहुत ही भर्ावह हो चली है।
• दुननर्ा में सबसे ज्र्ादा बाल मिदूर भारत में ही हैं।
• 1991 की िनगणना के हहसाब से बाल मिदूरों का
आंकडा 11.3 मममलर्न था।
• 2001 में र्ह आंकडा बढ़कर 12.7 मममलर्न पहुंच गर्ा।
5. बाल मिदूरी देश के मलए अमभशाप
• कई सरकारें बाल मज़दूरों की सही संख्र्ा बताने
से बचती हैं.
• ऐसे में वे िब षवशेि स्कू ल खोलने की
म़िफाररश करती हैं तो उनकी संख्र्ा कम होती
है, ताकक उनके द्वारा चलाए िा रहे षवकास
कार्ों और कार्यकलापों की पोल न खुल िाए.
6. • र्ह माना िाता है कक भारत में 14 साल के बच्चों
की आबादी पूरी अमेररकी आबादी से भी ज़्र्ादा है.
• भारत में कु ल श्रम शजतत का लगभग 3.6 फीसदी
हहस्सा 14 साल से कम उम्र के बच्चों का है.
• हमारे देश में हर दस बच्चों में से 9 काम करते
हैं. र्े बच्चे लगभग 85 फीसदी पारंपररक कृ षि
गनतषवधर्र्ों में कार्यरत हैं,
7. समीक्षा
वेश्र्ावृषि र्ा उत्खनन, कृ षि,
माता षपता के व्र्ापार में मदद,
अपना स्वर्ं का लघु व्र्वसार्
(िैसे खाने पीने की चीिे
बेचना), र्ा अन्र् छोटे मोटे
काम हो सकते हैं
कु छ बच्चे पर्यटकों के गाइड के
रूप में काम करते हैं,
कभी-कभी उन्हें दुकान और
रेस्तरां ( िहााँ वे वेटर के रूप में
भी काम करते हैं) के काम में
लगा हदर्ा िाता है
8. • कई एनिीओ समाि में फै ली इस कु रीनत को पूरी तरह नष्ट्ट
करने का प्रर्ास कर रहे हैं। इन एनिीओ के अनुसार 50.2
प्रनतशत ऐसे बच्चे हैं िो सप्ताह के सातों हदन काम करते
हैं।
• 53.22 प्रनतशत र्ौन प्रताडना के मशकार हो रहे हैं।
• बाल मिदूर की इस जस्थनत में सुर्ार के मलए सरकार ने
1986 में चाइकड लेबर एतट बनार्ा जिसके तहत बाल
मिदूरी को एक अपरार् माना गर्ा
9. *
समीक्षा
आख़िरकार अनतररतत पैसे के मलए ही तो माता-षपता
अपने बच्चों से मज़दूरी करवाते हैं. इसीमलए ककसी भी तरह
आधथयक सहार्ता िारी रहनी चाहहए.
10. *समीक्षा
ऐसे में हर ककसी को र्ह लगता है कक इस संदभय
में एक सामान्र् ननर्म होना चाहहए, ताकक ऐसे
लोगों के मलए एक षवशेि वगय ननर्ायररत हो सके .
िैसे एससी, एसटी, ओबीसी, सैननकों की षवर्वाओं,
पूवय सैननक और अपाहहि लोगों के मलए एक अलग
वगय ननर्ायररत ककर्ा िा चुका है
11. बाल श्रम के ख़खलाफ अमभर्ान
बाल श्रम औद्र्ोधगक क्ांनत.के आरम्भ के साथ
ही प्रारम्भ हो गर्ा उदाहरण के मलए, कालय
मातसय ने अपने कम्र्ुननस्ट घोिणा पत्र . में
कहा " कारखानों में मौिूदा स्वरूप में बाल श्रम
का त्र्ाग "र्ह बात भी गौर करने र्ोग्र् है
13. र्े सारे कार्य " वस्त्र उत्पादन की तुलना में अधर्क
खतरनाक और षवस्फोटक है ".इस अध्र्र्न से र्ह
ननष्ट्किय ननकलता है कक " भुथरे उपकरणों के
दीघयकामलक प्रर्ोग की भांनत ऐसे पररणाम से बच्चो को
फार्दा की िगह हानन ज्र्ादा हो सकता है".
आि कई उद्र्ोग और ननगम हैं जिनको कार्यकतायओं
द्वारा बाल श्रम के कारण लक्षक्षत ककर्ा िा रहा है .